GULZAR SHAYARI ON LOVE
इश्क़ की तलाश में क्यों निकलते हो तुम,
इश्क़ खुद तलाश लेता है जिसे बर्बाद करना होता है।

आऊं तो सुबह, जाऊं तो मेरा नाम शबा लिखना,
बर्फ पड़े तो बर्फ पे मेरा नाम दुआ लिखना।
जब भी आंखों में अश्क भर आए लोग कुछ डूबते नजर आए
चांद जितने भी गुम हुए शब के सब के इल्ज़ाम मेरे सर आए।
होती नही ये मगर हो जाये ऐसा अगर
तू ही नज़र आए तू जब भी उठे ये नज़र।
मेरा ख्याल है अभी, झुकी हुई निगाह में
खिली हुई हँसी भी है, दबी हुई सी चाह में।
मैं जानता हूं, मेरा नाम गुनगुना रही है वो
यही ख्याल है मुझे, के साथ आ रही है वो।
सुरमे से लिखे तेरे वादे आँखों की जबानी आते हैं
मेरे रुमालों पे लब तेरे बाँध के निशानी जाते हैं।
तेरे इश्क़ में तू क्या जाने कितने ख्वाब पिरोता हूं
एक सदी तक जागता हूं मैं एक सदी तक सोता हूं।
गुल पोश कभी इतराये कहीं महके तो नज़र आ जाये कहीं
तावीज़ बनाके पहनूं उसे आयत की तरह मिल जाये कहीं।
Gulzar sad shayari in english
पता चल गया है के मंज़िल कहां है
चलो दिल के लंबे सफ़र पे चलेंगे
सफ़र ख़त्म कर देंगे हम तो वहीं पर
जहाँ तक तुम्हारे कदम ले चलेंगे।
कोई आहट नही बदन की कहीं
फिर भी लगता है तू यहीं है कहीं
वक्त जाता सुनाई देता है तेरा साया दिखाई देता है।
उम्र तो है मुट्ठी में फिसलती रेत सी,
पकड़ा इसे किसने भला, जियो जो हर पल इसे भरपूर,
तो फिर जिंदगी गुलजार है !
एक बीते हुए रिश्ते की,एक बीती ड़ी से लगते हो,
तुम भी अब अजनबी से लगते हो !
वो चेहरे जो रौशन हैं लौ की तरह,
उन्हें ढूंढने की जरूरत नही,
मेरी आँख में झाँक कर देख लो, तुम्हें आइने की जरूरत नही |
माना कि बदलते वक्त के साथ,रिश्ते हाथ से छूट कर चले जा रहे हैंलेकिन कभी वक्त की डालियों से,सुनहरे पलों को यूं तोड़ा नहीं करते !
कोई आहट नही बदन की कहीं,
फिर भी लगता है तू यहीं है कहीं,
वक्त जाता सुनाई देता है, तेरा साया दिखाई देता है !
लिखा नहीं जो किस्मत में, उसकी चाहत क्या करना,
ये तो एक दिन होना था, हिज्र पे हैरत क्या करना !
Gulzar shayari in hindi 2 lines
शोर की तो एक उम्र होती है,
खामोशी सदाबहार होती है !
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