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2 Line Zindagi Shayari in Hindi
जब बढ़ने लगे तकलीफे तो खुद को ऐसे संभालना
जैसे तुम सब कुछ ठीक कर दोगे।
ये जो सुख और दुःख है ना हमरी ज़िन्दगी का
एक ऐसा दर्पण है जो हमारी घमंड को बढ़ने नहीं देता है।
अब तो हर सपने हसीन लगते है ना जाने क्यों
लगता है दिल ने हर चीज में खुशी दूढ़ने लगा।
यहां कहा किसकी ज़िन्दगी में सुकून है
सभी किसी ना किसी कारण से परेशान है।
रखना पड़ता है चेहरे पे मुस्कान हरपल
जिंदगी तो ऎसे भी बेजान है!
बड़े बेरहम हो गया है ज़िन्दगी मेरी
एक परेशानी जाती नहीं की दूसरी दे जाती है!
अब हर रोज संघरस में कर रहा ज़िन्दगी मेरी
सपने इतनी बड़ी है कि रोज टूट कर जुड़ना पड़ता है।
मेरी ज़िन्दगी की कहानी थोड़ा अजीब है
बाहर से सुहाना अंदर में वीरान है।
तकलीफे ने तो अपनी हद पार कर दी है मुझे रोज परेशान करने आ जाती है।
उसको पता है मैं टूटने वाला नहीं फिर भी रोज आजमाने आ जाती है।
“अक्सर अपनो की ख़ुशी के चलते,
लोग ख्वाबों की खुद ख़ुशी कर देते है I”
“इस दुनिया में खुद की मर्ज़ी से भी जीने के लिए,
पता नहीं कितनों को अर्ज़ी देनी पड़ती है।”
“जिसने भी मेरी किस्मत लिखी है अधूरी लिखी है,
आजकल उसी को पूरा करने में लगा हुआ हूँ I”
किसी शायर से कभी उसकी उदासी की वजह पूछना,
दर्द को इतनी ख़ुशी से सुनाएगा कि प्यार हो जाएगा।
किसी की मजबूरी का कभी मज़ाक न बनाओ दोस्तों,
जिंदगी अगर मौका देती है, तो वही जिंदगी धोखा भी देती है।
जिंदगी की हकीकत को बस हमने इतना ही जाना है,
दर्द में अकेले हैं और खुशियों में सारा जमाना है।
और भी दुख हैं मेरे यार …
और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा …
किसने कहा बस ऑक्सीजन चाहिए
बहुत बहुत हिम्मत चहिये जीने के लिये।
मैं जैसा हूँ, वैसा ही रहने दो,
मैं कोई मौसम थोड़ी ना हूँ, जो बदल जाऊँगा..।
बड़े मुददत के बाद आज मुस्कुराया हूं
जी बाहर के हंसा खिल खिल्या हूं मैं
बेजान हो गईं थी ज़िन्दगी मेरी ये
अब जाके जान में जान आई है मेरी।
वक्त बदलता जरूर है मेरे दोस्त
बस वक्त के साथ थोड़ा लड़ना पड़ता है।
किसी को हद से ज्यादा चाहोगे न
तो वो तुम्हे हद में रहना सिखा देंगे!
कुछ ख़ामियाँ अभी मेरे ज़ोके नज़र में हैं
मुझको गिला नहीं है तुम्हारे हिजाब का
हर एक गुल है शोला बदामाँ बहार में
डरता हूँ जल न जाये गुलिस्ताँ बहार में
ज़िंदगी उस दौर पर है
जहां ज़िंदगी ही पसंद नहीं आ है!
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