SHARABI SHAYARI IN HINDI :- शराबी शायरी में आमतौर पर उभरते रंग, विरह, मोहब्बत, और आत्मा की अकेलापन के विभिन्न पहलुओं को छूने का प्रयास किया जाता है। इसमें शराब की बूंदों को एक अलग पहचान दी जाती है, जो इंसान के जीवन के सफर में अच्छे और बुरे दिनों की मिठास को दर्शाती हैं। इसलिए आज हम इस पोस्ट पोस्ट में बहुत सारे शराबी शायरी लाया हूँ। हमें उम्मीद है आपको पसंद आएगा।
रहता तो नशा तेरी यादों का ही है
कोई पूछे तो कह देता हूँ, पी रखी है
Rahta to nasha teri yaadon ka hi hai
koi poochhata hai to kah deta hoon, pee rakhi hai
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फिर इश्क़ का जूनून चढ़ रहा है सिर पे,
मयख़ाने से कह दो दरवाजा खुला रखे.
Phir ishq ka joonun chadh raha hai sir pe,
mayakhane se kah do daravaja khula rakhe.
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हमने जब कहा नशा शराब का लाजवाब है
तो उसने अपने होठों से सारे वहम तोड़ दिए,,
Hamane jab kaha nasha sharab ka lajavab hai
to usane apane hothon se sare vaham tod diye,,
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क्या नशा है तेरे होंठो में
लगता है…
शराब तेरे झूठे पानी से ही बनती है
kya nasha hai tere hontho mein
lagata hai…
sharaab tere juthe pani se hi banatee hai
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मजा तो तब ही आये पीने का यारो,
शराब हम पियें और नशा उनको हो जाए.
Maja to tab hI aaye peene ka yaaro,
sharaab ham piye aur nasha unko ho jaaye.
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सुना है मोहब्बत कर ली तुमने भी,
अब किधर मिलोगे पागलखाने या मैखाने। .
suna hai mohabbat kar lee tumane bhi,
ab kidhar miloge pagal khaane ya maikhane.
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कुछ तो शराफत सीख ले ए इश्क शराब से,
बोतल पे लिखा तो है मैं जान लेवा हूँ.
Kuchh to sharaphat sikh le e ishq sharaab se,
Botal pe likha to hai main jaan leva hoon.
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फिर ना पीने की कसम खा लूँगा,
साथ जीने की कसम खा लूँगा,
एक बार अपनी आँखों से पिला दे साकी,
शराफत से जीने की कसम खा लूँगा.
Phir na peene kee kasam kha lunga,
sath jeene kee kasam kha loonga,
Ek baar apani aankhon se pila de saakee,
sharaphat se jeene ki kasam kha loonga.
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उन्हीं के हिस्से में आती है ये प्यास अक्सर,
जो दूसरों को पिलाकर शराब पीते हैं.
Unhi ke hisse mein aati hai ye pyaas aksar,
jo doosaron ko pilakar sharab peete hain.
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जाम पीने का मजा जिंदगी जीने से जादा हैं,
अगर इसे न पिया तो जिंदगी जीने का मजा क्या हैं.
Jaam peene ka maja jindagi jeene se jaada hain,
Agar ise na piya to jindagi jeene ka maja kya hain.
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यारो कहा मैं शौख से पीता हूँ ,
गम भुलाने के लिए होश से पीता हूँ ,
मत कहिये मुझसे शराब छोड़ने के लिए ,
शराब पीता हु तभी तो जीता हूँ.
yaaro kaha main shaukh se peeta hoon ,
gam bhulane ke lie hosh se peeta hoon ,
mat kahiye mujhase sharaab chhodane ke lie ,
sharab peeta hu tabhI to jeeta hoon.
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यूँ तो ना थी जन्म से पीने की आदत,
शराब को तन्हा देखा तो तरस खा के पी गये.
yun to na thi janm se peene kee aadat,
sharab ko tanha dekha to taras kha ke pee gaye.
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मत कर हंगामा पीकर हमारी गली में,
हम तो खुद बदनाम है तेरी मोहब्बत के नशे में,,
Mat kar hangama peekar hamaari gali mein,
Ham to khud badanam hai teri mohabbat
ke nashe mein.
Sharabi shayari hindi me
बहुत दिनों बाद आज उनका पैगाम आया है
आज फिर उन्होंने अपने घर शराब पिने बुलाया है
Bahut dinon bad aaj unaka paigam aaya hai
Aaj phir unhone apane ghar sharab pine bulaya hai.
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शराबी इलजाम शराब को देता है,
आशिक इलजाम शबाब को देता है,
कोई नहीं करता कबूल अपनी भूल,
कांटा भी इलजाम गुलाब को देता है.
Sharabi ilajam sharab ko deta hai,
aashik ilajam shabab ko deta hai,
koi nahin karata kabul apani bhool,
kanta bhi ilajam gulaab ko deta hai.
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थोड़ी सी पी शराब थोड़ी उछाल दी,
कुछ इस तरह से हमने जवानी निकाल दी.
Thodi see pee sharab thodi uchhal dee,
kuchh is tarah se hamane javanee nikal dee.
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एक वक्त था जब तेरी आँखों से पी कर जीते थे,
लाख बुरे थे लेकिन शराब कभी नहीं पीते थे.
Ek vakt tha jab terI aankhon se pee kar jeete the,
lakh bure the lekin sharab kabhI nahin peete the.
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शराब और मेरा कई बार ब्रेकअप हो चुका है,
पर कमबख्त हर बार मुझे मना लेती है.
Sharab aur mera kai baar brekap ho chuka hai,
Par kamabakht har baar mujhe mana leti hai.
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परदा तो होश वालों से किया जाता है हुजूर
तुम बेनकाब चले आओ हम तो नशे में हैं.
Parada to hosh valon se kiya jaata hai hujoor
Tum benakab chale aao ham to nashe mein hai.
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रहता हूँ बहका बहका तो शराबी ना समझना,
कभी किसी की यादें भी बहका दिया करती हैं.
Rahata hu behaka behaka to sharabee na samajhana,
kabhi kisi ki yaaden bhi bahaka diya karati hain.
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कभी देखेंगे ऐ जाम तुझे होठों से लगाकर,
तू मुझमें उतरता है कि मैं तुझमें उतरता हूँ.
Kabhi dekhenge e jaam tujhe hothon se lagakar,
tu mujhamen utarata hai ki main tujhamen utarata hu.
sharabi shayari in hindi 2 lines
आती हैं जब भी हिचकियाँ अब,
शराब मैं पी लेता हूँ….
अब तो वो वहम भी छोड़ दिया है,
कि कोई मुझे भी याद करता है,,
Aatee hain jab bhi hichakiya ab,
sharab main pee leta hoon….
ab to vo vaham bhi chhod diya hai,
ki koi mujhe bhi yaad karata hai,,
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नशा हम किया करते हैं,
इल्ज़ाम शराब को दिया करते हैं,
कसूर शराब का नहीं उनका है,
जिसका चेहरा हम जाम में तलाश किया करते हैं.
Nasha ham kiya karate hain,
ilzaam sharab ko diya karate hain,
kasoor sharab ka nahin unaka hai,
jisaka chehara ham jaam mein talash kiya karate hain
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शराब इश्क़ से बेहतर है जनाब,
समझना है तो थोड़ा पीना पड़ेगा
Sharab ishq se behatar hai janab,
samajhana hai to thoda peena padega.
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देखूँगा कभी ऐ शऱाब,
तुझे अपने लबों से लगाकर,
तू मुझमे बसेगी,
कि मैं तुझमें बसूँगा,,
Dekhunga kabhi e sharab,
tujhe apane labon se lagaakar,
tu mujhame basegi,
ki main tujhamen basunga,,
Daru sharabi shayari
तू डालता जा साकी शराब मेरे प्यालो में,
जब तक वो न निकले मेरे ख्यालों से.
Tu dalata ja saaki sharab mere pyalo mein,
jab tak vo na nikale mere khyalon se.
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मयखाने से बढ़कर कोई जमीन नहीं
जहां सिर्फ कदम लड़खड़ाते है जमीर नहीं
Mayakhane se badhakar koi jameen nahin
jahaan sirph kadam ladakhadaate hai jameer nahin
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जाम तो यू ही बदनाम है यारों कभी इश्क करके देखो
या तो पीना भूल जाओगे,
या फिर पी-पी के जीना भूल जाओगे.
Jam to yuhi badanaam hai yaaron kabhi ishq karake dekho
ya to peena bhool jaoge,
ya phir pee-pee ke jeena bhool jaoge.
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बर्फ का वो शरीफ टुकड़ा जाम में क्या गिरा,
बदनाम हो गया देता जब तक अपनी गवाही,
वो खुद शराब हो गया.
Barph ka vo shareeph tukada jaam mein kya gira,
Badanaam ho gaya deta jab tak apanee gavaahee,
vo khud sharaab ho gaya.
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ये आँखे शराबी सरारा बदन
सच कहूं तो तेरा कोई जवाब नहीं
ye ankhe sharabi sarara badan
sach kahun to tera koi jawab nahi.
Dard bhari sharabi shayari in hindi
यादों से सलाम लेता हूँ,
वक्त के हाथ थाम लेता हूँ,
ज़िन्दगी थम जाती है पल भर के लिए,
जब हाथों में शराब-ए-जाम लेता हूँ.
Yadon se salam leta hoon,
vakt ke hath tham leta hoon,
zindagi tham jaatee hai pal bhar ke lie,
jab haathon mein sharaab-e-jaam leta hoon.
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ये ना पूछ मैं शराबी क्यूँ हुआ बस यूँ समझ ले,
गमों के बोझ से नशे की बोतल सस्ती लगी.
Ye na puchh main sharabi kyu huva bas yoon samajh le,
gamon ke bojh se nashe ki botal sasti lagee.
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बहुत मुश्किल से दवा हाथ लगी है,
दारु कहकर बदनाम न करो,
Bahut mushkil se dava haath lagee hai,
Daru kahakar badanam na karo.
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निकलूं अगर मयखाने से तो,
शराबी ना समझना मेरे दोस्त,
मंदिर से निकलता,
हर शख्स भी तो भक्त नहीं होता.
Nikalu agar mayakhane se to,
sharaabi na samajhana mere dost,
mandir se nikalata,
har shakhs bhi to bhakt nahin hota.
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मत पूछ उसके मैखाने का पता ऐ साकी,
उसके शहर का तो पानी भी नशा देता है.
Mat puchh usake maikhane ka pata ai saakee,
usake shahar ka to pani bhee nasha deta hai.
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हर बार सोचता हूँ
छोड़ दूंगा मैं पीना अब से,
मगर तेरी याद आती है,
और हम मयखाने को चल पड़ते हैं.
Har baar sochata hoon
chhod dunga main peena ab se,
magar teri yaad aati hai,
aur ham mayakhane ko chal padate hain.
SHARABI PAR FUNNY SHAYARI
ज़िन्दगी है चार दिन की,
कुछ भी न गिला कीजिये,
दवा, दारु , इश्क़
जो मिले मजा लीजिये,,
zindagi hai chaar din ki,
kuchh bhee na gila keejiye,
dava, daaru , ishq
jo mile maja leejiye,,
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शराबी नाम न दो मुझको मैं तो
कभी-कभी पीता हूँ पहली बार आया हूँ
मयकदे में रोज़ तो घर ही पर पीता हूँ,,
sharaabi naam na do mujhako main to
kabhi-kabhi peeta hoon pahali baar aaya hoon
mayakade mein roz to ghar hi par peeta hoon,,
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रब ने बनाई इस दुनिया में
दो ही चीज़े ख़राब है,
एक मोहब्बत और दूसरी शराब है,,
Rab ne banai is duniya mein
do hi cheeze kharaab hai,
ek mohabbat aur doosari sharaab hai,
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सब कहते है पीता हूँ
इतना के मर जाऊंगा
न समझ है वो जानते
ही नहीं, अगर पीते
नहीं तो कब के मर जाते.
Sab kahate hai peeta hoon
itana ke mar jaunga
na samajh hai vo janate
hi nahin, agar peete
nahin to kab ke mar jaate
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