कभी कभी न जाने क्या हो जाता है,
हर चीज परेशानियां और बोझ लगता।
जिंदगी जीना मुस्किल लगने लगता है,
हर बात में परेशानियां नज़र आती है।
अब ये जिंदगानी बोझ बन गई
हर कहानी एक नई मोड़ लेली।
परेशानियां पीछा छोड़ता नही
और जिंदागिनी मेरी जहर बन गई।
ना जाने ये वक्त क्या सबब लेके आया
इसकी उलझन समझ पता नही।
लाख कोशिश किया दूर जाने की
ये पीछा कभी छोड़ता नही।
मेरी दास्तान बड़ी अजीब है,
ये कहानी भी बड़ी दिलचस्प है।
आंख में आंसू दिल में दर्द भरा,
फिर भी होठों पे मुस्कान है।
जमाने की बातो से अब दिल दुखता नही,
दिल ये दर्द सहना सिख लिया है।
पंछियो की तरह अब अपने पंखों पे
मैने भरोसना करना सीख लिया है।
ये वक्त किसका कर्ज दार नही है
इसकी अपनी एक रफ्तार है।
ये सुख और दुख एक चक्र है इसका
हम सब इसका किरदार है।
भावनाए कभी आहात हो जाता है,
कभी दिल धड़कता है जोरो से।
जिंदगी में हलचल सी मच जाती है,
दर्द बढ़ जाता है क्यों सीने में।
यहां लोग दिखावा बहुत करते है,
हमदर्द बन के जमने में।
मुसीबत देख मुंह फेर लेते हैं,
काम न आते है परेशानी में।
जिंदगी हर दिन एक सबक देता है
हमे उसकी हर चल को बारीकी से
समझना चाहिए।
इस जिन्दगी की उलझन में फसके,
बेतौर हर संघर्ष से गुजरा हु।
सहा दर्द हजोरो मैं यहां पर सुनो,
पर हर बार मैने मुस्कुराया है।