One side love shayari
जब खामोश आँखो से बात होती है,
ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,
तुम्हारे ही ख़यालो में खोए रहते हैं,
पता नही कब दिन और कब रात होती है।
उगता हुआ सूरज दुआ दे आपको,
खिलता हुआ फूल खुशबू दे आपको,
हम तो कुछ भी देने के काबिल नहीं,
मैं तो चिराग हू तेरे आशियाने का
कभी ना कभी तो बुझ जाऊंगा …
आज शिकायत है तुझे मेरे उजाले से
कल अँधेरे में बहुत याद आऊंगा …
मुन्तज़िर हूँ कि सितारों की जरा आँख लगे,
चाँद को छत पे बुला लूँगा इशारा करके।
सूरज सितारे चाँद मेरे साथ में रहे,
आप कुछ इस तरह मेरे दिल में आए हो,
जैसे चांदनी आ गई हो अंधेरी रातों में।
चाहे तुम बंद कर लो दिल के दरवाजे सारे,
हम दिल में उतर जायेंगे कलम के सहारे।
दिल का बस इतना ही कसूर था मेरे,
हमने उसे अपना समझा जो कभी था ही नहीं मेरा।
love shayari gujarati
मेरा दिल जलाने वाले, मेरा दिल जला के रोए,
मुझे आजमाने वाले, मुझे आजमा के रोए,
मेरे सामने से गुजरे, मेरा हाल भी ना पूछा,
मैं यकीं करूं तो कैसे, कि वो दूर जा के रोए।
एक हसरत थी कि कभी वो भी हमें मनाये,
पर ये कम्ब्खत दिल कभी उनसे रूठा ही नहीं।
संभाले नहीं संभलता है दिल,
मोहब्बत की तपिश से न जला,
इश्क तलबगार है तेरा चला आ,
अब ज़माने का बहाना न बना।
न हम रहे दिल लगाने काबिल,
ना दिल रहा गम उठाने काबिल,
लगे उसकी यादों के जो ज़ख़्म दिल पर,
न छोड़ा उसने मुस्कुराने के काबिल।
मेरे दिल की धड़कनो को,
तूने दिलबर धड़कना सीखा दिया,
जब से मिली है मोहब्बत तेरी मेरे दिल को,
गम में भी हंसना सीखा दिया।
मोहब्बत क्या है चलो दो लफ्ज़ो में बताते हैं,
तेरा मजबूर कर देना मेरा मजबूर हो जाना।
मेरी दास्ताँ का उरोज था
तेरी नर्म पलकों की छाँव में,
मेरे साथ था तुझे जागना
लम्हों में क़ैद कर दे जो सदियों की चाहतें,
हसरत रही कि ऐसा कोई अपना तलबगार हो।
इश्क में तेरा यकीन बन जाऊं, दर्द में तेरा सुकूं,
तुम रखो कदम जहाँ, खुदा करे मैं वो जमीं बन जाऊं।
बेमिशाल है यूँ आपका शायरी में मुझे लिखना,
वरना तो सबने मुझे सदा… बेजुबां ही माना है।
ए सनम काश… मैं भी पानी का एक घूँट होता,
तेरे #लबों से लगता तेरी रग-रग में समा जाता।
काली जुल्फे, कटीले नजरें और ये रसीले होंठ,
बस कत्ल बाकी है… औज़ार तो सब पुरे हैं।