कवि के अनमोल वचन
ANMOL VACHAN IN HINDI :-इस आर्टिकल में कविता काव्य पर सुविचर अनमोल वचन दिए हुए है.
जब हृदय में प्रेम का प्रवाह होता है, सकारात्मक विचार अपने उच्चतम शिखर पर होते है. भावनाएं नियंत्रित न रहकर बहने को बेताब हो जाती है तब कविता ( काव्य ) का जन्म होता है. जो कवितायें हृदय से निकलती है वो हृदय को जल्द ही छू लेती है. इस लिए हमने आपके लिए हमारे महान कवि के अनमोल अनमोल वचन इस पोस्ट में चुन कर लाये है जिसे पढ़ कर आपको मोटिवेशन मिलेगा।
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इस समाज में जो आदमी बुरा नहीं है
वो बेवकूफ है|
— जौन एलिया
जब से ब्राह्मण ने शसृस्टि रची ,
तब से आज तक कभी
बारातियो को कोई प्रसन नहीं रख सका |
— प्रेमचंद
प्रेम चंद्र सबको अपने कर्मो का पता होता है ,
यूँ ही गंगा पर इतनी भीड़ नहीं होती |
— अज्ञात
चाह कर भी नौकरी को छोड़ नहीं सकते ,
मिडिल क्लास में शौक से ज्यादा जिम्मेदारिया
होती है.
— विशाल तिवारी
मैं मनाता हु की सांप तो डसेगा ही `
चाहे उसे सांप कहो या सांप जी
— क्रिस्टोफर नोलन
स्वार्थ को इतना छूट देना ठीक नहीं है
की वो विवेक को ही खा जाये |
— मन्नु भंडारी
खुली हवा में चरित्र के भ्रस्ट होने की
उससे कम सम्भावना है ,जितना बंद कमरे में |
— प्रेमचंद
गुरु पुलिस दोउ खड़े ,काके लागूं पाय ,
तभी पुलिस ने गुरु के पांव दिए तुरवाये |
— हुल्लड़ मुरादाबादी
यदि तारीफ सुनाने की आदि हो तो
तुम मर चुके हो,
क्योकि तारीफ मृत्यु के बाद ही होती है |
— अंकित यादव
समाज में बदलाव क्यों नहीं आता ?
क्योकि गरीब में हिम्मत नहीं
माधयम को फुरसत नहीं और
आमिर को जरुरत नहीं |
— संपत सरल
मज़ाक चतुराई से किया गया
अपमान है |
— शिवानंद
अपने जैसा बुद्धिमान मिलाने पर
ईर्ष्या हो सकती है ,
किन्तु अपने जैसा बेवकूफ पर
बहुत ख़ुशी होती है|
— प्रवीण झा
मैं उस समाज में रहता हूँ
जहा बड़े घरो में ,
छोटे लोग रहते है और
छोटे घरो में बड़े लोग रहते है |
— सआदत हसन मंटी
बाप से डरने वाली हम आखरी नस्ल है
और औलाद से डरने वाली पहली |
— विजय कुमार
शिक्षक हो जाना हमारे देश का प्रिये व्यवसाय है ,
कही नौकरी न मिले तो शिक्षक हो जाते है|
— शरद जोशी
एक दिन लोगो को न सिर्फ नेताओं के शब्दों
और कारनामे के लिए ,
बल्कि बहुशंख्यको की भयावह चुपी के लिए
भी पछताना पड़ेगा |
— बर्तोल्त ब्रेख्त
जेब में पैसा हो तो आत्मा सामान
की भावना भी आ जाती है |
— भीष्म साहनी
आप अपनी विनर्मता द्वारा पूरी दुनिया
को हिला सकते है ||
— महात्मा गाँधी
हरमखोरो के सबसे बड़े रक्षक
भगवान् है |
— हरिशंकर परसाई
बोलने में मर्यादा मत छोड़ना ,
गालिया देना तो कायरो का काम है |
— सरदार सरदार पटेल
मैं कुछ नहीं लिखता मेरे हृदय में
एक बिरहणि स्त्री रहती है वो रो देती है ,
और मैं उसका दुःख कागज पे उकेर देता हूँ
— रविंद्रनाथ टैगोर
सब्र ये है की कुछ कहा नहीं मैंने किसी को ,
ताज्जुब ये है की लोग फिर भी भी खफा रहते है।
— अतुल नयोदयान
अकाल सिर्फ खेतो – खलिहानो में नहीं पड़ता ,
लोगो की आत्माओं में है.
— अमृता प्रीतम
संसार में सबसे आसान काम अपनों को
धोखा देना है.
— प्रेमचंद
प्रेम में पड़ी लड़की का ध्यान
गृह के कामकाजो पर कम
प्रेमी के क्रियाकलापों पे ज्यादा रहता है।
—- अतुल नयोदयन
वैराग्य का अर्थ दुनिया से दुरी होता
वैराग्य का अर्थ मूर्खता से से दुरी होता है।
— आचार्य प्रशांत
प्रेम भले ही संक्षित हो
इसे भुलाने में वक्त लम्बा लगता है
— पाब्लो नेरुदा
कुछ टूटे हुवे लोगो ने बताया
किसी से अधिक लगाव अच्छा नहीं होता।
— अतुल नयोदयन
जलते रहे लोग ‘
उचकती रही ये दुनिया,
कोई रोक न पाया।
जिसको जाना था ,
वो उठ के चला गया।
— अतुल नयोदयन
anmol vachan in hindi
पैसा ही सब सब कुछ नहीं है है ,
लेकिन इस बात का ध्यान रखे की
ऐसा बोलने से पहले
आपके पास बहुत पैसा होना चाहिए।
— वारेन बफेट
ज्यादातर चीजे मुझे तब सुन्दर दिखी है ,
जब मैंने उन्हें बेवक्त देखा है।
— भवानी प्रसाद मिश्र
चाहे जितना भी खुश रहता हो इंसान
जिम्मेदारियों की थपेड़ मौन बना देता है।
—अतुल नयोदयन
विवाह दो दो शरीरो का हो सकता है
दो आत्मावों का नहीं ,
दो आत्मावों का प्रेम हो सकता है।
— ओशो
प्रेम में पड़ा पुरुष सबसे ज़्यदा झूट बोलता है
झूट बोलने के मामले में वो किसी राजनेता
व्यापारी किसी वकील से कही ज्यादा आगे है।
ज़िदगी भर तो हुई गुफ्तगू गैरो से मगर
आज तक हम से हमारी न मुलाकात हुई।
— गोपालदास नीरज
पुरुष रोता नहीं है पर जब वो रोता है ,
रोम -रोम से रोता है।
उसकी व्यथा पत्थर में दरार कर सकती है।
— हरिशंकर परसाई
देहात में जिसके घर में दोनों जून
चूल्हा जले ,वह धन्नी समझा जाता है।
— प्रेमचंद
मनुष्य जब वर्तमान से पीड़ित होता है ,
तो उसे अतीत की याद आ ही जाती है।
— शरद जोशी
लड़को को अपने माता-पिता से वह
प्रेम नहीं होता जो लड़कियों को होता है।
— प्रेमचंद
आदमी इतना स्वर्थी और अपनी इन्द्रियों का
इतना गुलाम है की अपना फ़र्ज़
किसी – किसी वक्त ही महसूस करता है।
— प्रेमचंद
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क्षमा शोभती उस भुजंग को
जिसके पास गरल हो
उसको क्या जो दंतहीन विषरहित
विमित ,सरल हो।
—- रामधारी सिंह “दिनकर “
कितना प्रमाणिक होगा उसका दुःख ,
जिसको रोना भी है और आंशु भी ना निकले।
— अतुल नयोदयन
स्त्री का सप्रेम आग्रह पुरुष से
क्या नहीं करा सकता।
— प्रेमचंद
तुम रौंद सकते हो सभी फूलो को
लेकिन तुम वसंत
को आने से नहीं रोक सकते।
— पाब्लो नेरुदा
याचना नहीं , अब रन होगा
जीवन – जय या की मरण मरन होगा।
— रामधारी सिंह “दिनकर”
जब तक कोई मुंह पर बात न कहे ,
यही समझना चाहिए की उसने कुछ नहीं कहा।
— प्रेमचंद
ऐसी औरत भी होती है , जो दूसरी
औरत के साथ गलत करती है।
और ऐसे मर्द भी होते है , औरतो
के लिए अच्छा करना चाहते है
समस्या मर्द होने में नहीं सोच में है।
— कमला भसीन
बोलने में मर्यादा मत छोड़ना ,
गालिया देना तो कायरो का काम है।
— सरदार पटेल
जो कर सकता है देता है ,
जो नहीं कर सकता वो सिर्फ ज्ञान देता है।
— जॉर्ज बेनार्ड शॉ
यदि कोई टूटी हुई स्त्री ने आकर
तुम्हारे कंधे पर सर रख दिया हो
कभी चुपचाप तो बेहिचक बताना
सबको की
संसार के सबसे भरोसेमंद इंसान हो तुम।
—सुदर्श शर्मा
छल – कपट के युग में सच बोलना
एक क्रांतिकारी काम है।
—जॉर्ज ऑरवेल
“बेइजती में अगर
दूसरो को भी सामिल कर लो तो आधी
इज्जत बच जाती है।
— हरिशंकर परसाई
इंतजार मत करो
जो कहना है कह डालो
क्योंकि हो सकता है
फिर कहने का कोई अर्थ ना रह जाए।
— केदारनाथ सिंह
Hindi Poetry competition |
कवि लिखने के लिए तब तक
कलम नहीं उठाता जब तक उसकी
स्याही प्रेम की आहों में सराबोर
नही हो जाती.
—शेक्सपियर
कविता मानवता की उच्चतम
अनुभूति की अभिव्यक्ति हैं.
— हजारी प्रसाद द्विवेदी
कविता अभ्यास से नहीं आती
जिसमें कविता करने का स्वाभाविक
गुण होता है वही कविता कर सकता है.
— महावीर प्रसाद द्विवेदी
तुम्हारी हर इक स्मृतियां
मेरे लिए एक खूबसूरत कविता है
जिन्हें में प्रतिदिन पिरोता हूँ
अपने लफ़्ज़ों में और कोशिश करता हूँ
तुम्हें इनके ज़रिए प्रेम करने की
जो मैं कभी नही कर पाया साथ रहकर तुम्हारे।