Bollywood shayari in Hindi बॉलीवुड फिल्मों में अक्सर शायरी का इस्तेमाल बेहद खूबसूरती से किया जाता है। यह फिल्मों के अन्यथा नियमित संवादों में नज़ाकत का एक अनूठा स्पर्श जोड़ता है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि शायरी किसी भावना को गहराई के साथ व्यक्त करने का एक सुंदर तरीका है। बॉलीवुड शायरी में इस्तेमाल की गई नाजुक प्रकृति और शब्दों के साथ एक रोमांटिक प्रकृति जुड़ी हुई है। इस लेख में, हमने अद्भुत हिंदी बॉलीवुड शायरी, नई बॉलीवुड शायरी, सर्वश्रेष्ठ बॉलीवुड शायरी, हिंदी फिल्में शायरी, हिंदी में फिल्मी शायरी Filmy shayari, हिंदी में बॉलीवुड फिल्मों की शायरियां साझा की हैं। आप इन हिंदी शायरी को पढ़ें और अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।
Filmy love shayari in hindi
फूल खिलते हैं बहारों का समा होता है,
ऐसे मौसम में ही तो प्यार जवां होता है,
दिल की बातों को होठों से नहीं कहते,
ये फ़साना तो निगाहों से बयाँ होता है।
~फिल्म- सरफ़रोश
एक पल में जो आकर गुजर जाये,
ये हवा का वो झोका है और कुछ नहीं,
प्यार कहती है दुनिया जिसे,
एक रंगीन धोखा है और कुछ नहीं।
~फिल्म- दिलजले
नसीब अच्छे ना हुआ तो खूबसूरती का क्या फ़ायदा
दिलों के शहंशा अक्सर फकीर हुआ करते हैं
~फिल्म- वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई
एक तरफा प्यार की ताकत ही
कुछ और होती है,
और रिश्तों की तरह ये दो लोगों में नही बंटती,
इसमे सिर्फ मेरा हक है।।
~फिल्म- ऐ दिल है मुश्किल
fanna movie shayari
दिल से हमे भुलाओगे कैसे,
हम वो खुशबू हैं जो साँसों में बसते हैं,
ख़ुद की साँसों को रोक पाओगे कैसे.
~फिल्म- फ़ना
ऐसा लगा ख़ुदा ने रख दिया हमारे दिल पर हाथ,
लिया नाम हमारा उन्होंने कुछ ऐसी अदा के साथ.
~फिल्म- फ़ना
बैठी हैं होंठो को सीकर पछतायेंगी आप,
इश्क़ अक्सर जाग उठता है ऐसी ख़ामोशी के बाद.
~फिल्म- फ़ना
दर्द से आँखे चार कर लेंगे,
हम भी इम्तिहान दे देंगे,
तेरी दोस्ती के खातिर ऐ दोस्त
हम दुश्मनों से भी प्यार कर लेंगे.
~फिल्म- फ़ना
बेख़ुदी की जिन्दगी हम जिया नही करते,
जाम दूसरों के हाथों से छीनकर पिया नही करते,
उनको मोहब्बत हैं तो आकर इजहार करें,
पीछा हम भी किसी का किया नही करते.
~फिल्म- फ़ना
आग सूरज में होती हैं, जलना ज़मीन को पड़ता हैं,
मोहब्बत निगाहें करती हैं, तड़पना दिल को पड़ता हैं…
~फिल्म- फ़ना
तेरे दिल में मेरी साँसों को पनाह मिल जाए,
तेरे इश्क़ में मेरी जान फ़ना हो जाए…
~फिल्म- फ़ना
Bollywood shayari 2 line
कोई तो जलवा खुदा के वास्ते दीदार के काबिल दिखाई दे…
संगदिल तोह मिल चुके है सैंकड़ो…
कोई अिल -ऐ- दिल तो दिखाई दे
फिल्म – तुम्हारे हवाले वतन साथियो
रोने दे तू आज हमको तू आँखे सुजाने दे,
बाहों में लेले और खुद को भीग जाने दे.
है जो सीने में क़ैद दरिया वह छूट जायेगा,
है इतना दर्द कि तेरा दामन भीग जायेगा
~फिल्म- फ़ना
बस अब एक हाँ के इंतज़ार में रात यूँही गुज़र जायेगी,
अब तो बस उलझन है साथ मेरे नींद कहाँ आएगी,
सुबह की किरण न जाने कौनसा सन्देश लाएगी,
रिमझिम इस गुंगुनायेगी या प्यास अधूरी रह जायेगी
~फिल्म- गजनी
आज उतनी भी नहीं मेह्खाने में ,
जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में…
~फिल्म- शराबी
पानी से प्यास नहीं बुझी तो मैखाने की तरफ चल निकला,
सोचा शिकायत करूँ तेरी खुदा से, पर खुदा भी तेरा आशिक निकला…
~फिल्म- फ़ना
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ऐ ख़ुदा आज ये फ़ैसला कर दें,
उसे मेरा या मुझे उसका कर दें,
बहुत दुःख सहे है मैंने,
कोई ख़ुशी अब तो मुकरर कर दें,
बहुत मुश्किल लगता है उससे दूर रहना,
जुदाई के सफ़र को कम कर दें,
जितना दूर चले गए वो मुझसे,
उसे उतना क़रीब कर दें,
नहीं लिखा अगर नसीब में उसका नाम,
तो खत्म कर ये जिंदगी और मुझे फ़ना कर दें…
~फिल्म- फ़ना
आसमानों से कहो अगर हमारी उड़ान देखनी हो
तो अपना कद और ऊँचा कर लें,
हुस्न वालों से कहो कि अगर इश्क देखना हो
तो हमसे आकर मिलें…
~फिल्म- अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
हूँ मैं परवाना मगर कोई शम्मा तो हो,
रात तो हो, जान देने को हूँ हाज़िर
पर कोई बात तो हो…
~फिल्म- अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
मोहब्बत रंग लाती हैं जब दिल से दिल मिलते हैं,
मुश्किल तो यह है कि दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं…
~फिल्म- अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
उन्हें हुसमे शिकायत है कि हूम हर किसी को देख कर मुस्कुराते हैं,
नासमझ है वो न समझे कि हमें तो हर चेहरे में वही नज़र आते हैं…
~फिल्म-साजन
तुमसा कोई और इस ज़मीन पे हुआ,
तो रब से शिकायत होगी,
तुम्हें चाहने वाला कोई और हुआ,
तो क़यामत से पहले क़यामत होगी..
~फिल्म- हमराज़
फलक के तीर का क्या देख निशाना था,
उधर थी बिजली इधर मेरा आशियाना था,
पहुँच रही थी किनारे पे कश्ती-ए-उम्मीद,
उस ही वक्त इस तूफ़ान को भी आना था…
~फिल्म-साजन
Bollywood shayari in english
तूफ़ान में बहा है न यह शोलों में जला हैं,
घयाल हुआ तीरों से ना खंजर से कटा हैं,
कहते है जिससे इश्क क़यामत है, बला है ,
टकराया जो भी इससे वो दुनिया से मिटा हैं…
~फिल्म- इश्क
क्यों बनाती हो तुम रेत के महल,
जिसे खुद ही तोड़ डालोगी तुम,
आज कहती हो इस दिलजले से प्यार है तुम्हे,
कल तो मेरा नाम तक भूल जाओगी तुम…
~फिल्म- दिलजले
बाबूजी ने कहा गाओं छोड़ दो …
सब ने कहा पारो को छोड़ दो …
पारो ने कहा शराब छोड़ दो …
आज तुमने कह दिया हवेली छोड़ दो …
एक दिन आएगा जब वह कहेंगे,
दुनिया ही छोड़ दो
~फिल्म- देवदास
कभी कभी जीतने के लिए
कुछ हारना भी परता है …
और हार कर जीतने वाले को
बाज़ीगर कहते …
~फिल्म- बाज़ीगर
उफ़ यह संग -ऐ -मर्मर सा तराशा हुआ शफाफ बदन …
देखने वाले तुझे ताज महल कहते है …
~फिल्म- मनन
अधूरी सांस थी धड़कन अधूरी थी अधूरें हम,
मगर अब चाँद पूरा है फलक पे और अब पूरें हैं हम…
~फिल्म- फ़ना
काटे नहीं कटते लम्हे इंतज़ार के,
नजरें बिछाए बैठे हैं रस्ते पे यार के,
दिल ने कहा देखे जो जलवे हुस्न-ए-यार के,
लाया है उन्हें कौन फलक से उतार के।
~ फिल्म- हम आप के है कौन
मैं और मेरी तन्हाई ,
अक्सर यह बातें करते हैं ,
तुम होती तो कैसा होता ,
तुम ये कहती ,
तुम वो कहती ,
तुम इस बात पे हैरान होती ,
तुम उस बात पे कितनी हंसती ,
तुम होती तो ऐसा होता ,
तुम होती तो वैसा होता ,
मैं और मेरी तन्हाई
~फिल्म- सिलसिला
प्यार में सौदा करने की आदत आमिरों की में…
जान ले लेती हैं हम जैसे गरीबों की।
– अज्ञात
तू मुझे चाहे ना चाहे
ये तेरे बस में तो है,
और मैं तुझको ना चाहूँ
ये मेरे बस में नहीं.
– अज्ञात
दिल के छलों को
कोई शायरी कहे तो परवाह नहीं,
तक़लीफ़ तो तब होती है
जब कोई वाह-वाह करता है।
– अज्ञात
Bollywood shayari dialogues in hindi
सौ अंधेरों में भी रोशन हो उस हक़ीक़त की तलाश है
तेरी दहलीज़ पर छोड़ आए उस मोहब्बत की तलाश है
झुके तो इबादात समझे जमाने वाले
मिटने पे जो हासिल हो उस ज़नत की तलाश है
~फिल्म- ऐ दिल है मुश्किल
बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं
तुझे ऐ ज़िंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं
– अज्ञात
हर यार वफादार नहीं होता ,
हर पत्थर चमकदार नहीं होता ,
न जाने वन में कितने फूल खिले हैं ,
हर फूल खुशबूदार नहीं होता ..
~फिल्म- गैंग्स ऑफ़ वास्सेय्पुर
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देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो
आस ने दिल का साथ न छोड़ा वैसे हम घबराए तो
– अज्ञात
महफ़िल में जिनके आने से रोशन हुए चिराग
सजदे में जिनके झुक गया खुद देखो आफताब
– अज्ञात
अंगड़ाई भी वो लेने न पाए उठा के हाथ
देखा जो मुझ को छोड़ दिए मुस्कुरा के हाथ
– अज्ञात
ख़ुद अपनी मस्ती है जिस ने मचाई है हलचल
नशा शराब में होता तो नाचती बोतल
– अज्ञात
ख़बर सुन कर मेरे मरने की वो बोले रक़ीबों से
ख़ुदा बख़्शे बहुत सी ख़ूबियां थीं मरने वाले में
– अज्ञात
ना जागते हुए ख्वाब देखा करों
ना चाहों उससे जिसे पा न सकों
प्यार कहाँ किसी का पूरा होता हैं,
प्यार का पहला अक्षर अधूरा होता हैं…
~फिल्म- तेरी मेरी कहानी
अपने हिस्से की जिंदगी तो हम जी चुके चुन्नी बाबू
अब तो सिर्फ धड़कनों का लिहाज करते हैं
मगर क्या करें इन दुनिया वालों का
जो आखिरी सांस पर भी ऐतराज करते हैं
– अज्ञात
गर्मी-ए-हसरत-ए-नाकाम से जल जाते हैं
हम चराग़ों की तरह शाम से जल जाते हैं
– अज्ञात
प्यार में जूनून है,
पर दोस्ती में सुकून है.
मैं कभी नहीं चाहती कि
हम दोनों के बीच जो सुकून
है वह चला जाए.
– अज्ञात
तेरी आँखों की नमकीन मस्तियाँ
तेरी हंसी की बे परवा गुस्ताखियां
तेरी जुल्फों की लहरती अंगड़ाइयां
नहीं भूलूंगा मैं
जब तक है जान, जब तक है जान
~ फिल्म – जब तक है जान
Filmy shayari on life
आंखे तो प्यार में, दिल की जुबान होती हैं,
सच्ची चाहत तो सदा बेजुबान होती हैं,
प्यार में दर्द भी मिले तो क्या घबराना,
सुना है दर्द से चाहत और जवां होती हैं…
~फिल्म- हासिल
तेरा हाथ से हाथ छोड़ना
तेरा साइयों का रुख मोड़ना
तेरा पलट के फिर ना देखना
नहीं माफ करूंगा मैं,
जब तक है जान, जब तक है जान.
~ फिल्म – जब तक है जान
तू भोला भला है दिल,
बेकार रुलाया जाएगा…
शोक हसीनों से मिलकर,
वल्लाह बहुत पछताएगा
~ फिल्म – अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
गर्मी-ए-हसरत-ए-नाकाम से जल जाते हैं,
हम चिरागों की तरह शाम से जल जाते हैं,
शमा जिस आग में जलती है नुमाइश के लिए,
हम उसी आग में गुमनाम से जल जाते हैं,
जब भी आता है तेरा नाम मेरे नाम के साथ,
जाने क्यूँ लोग मेरे नाम से जल जाते हैं।
– फिल्म – राज
दिल को ज़ुबान,
आँखों को सपने मिल गये…
आशिकी में, ज़िन्दगी को मैं मिल गये
कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है,
के जिंदगी तुम्हारे जुल्फों की
नरम छाँव में गुज़रने पाती,
तो शादाब हो भी सकती थी…
~ फ़िल्म – कभी कभी
भूल करके अगर हमसे कोई भूल हुई हो
तो भूल समझ कर भुला देना
लेकिन भूलना सिर्फ भूल को
गलती से हमें न भुला देना।
~ फ़िल्म- फना
हुस्न को चाँद जवानी को कमल कहते है
देख कर तुम्हे हम एक शौक गजल कहते हैं
उफ़ यह संग -ऐ -मर्मर सा तराशा हुआ शफाफ बदन
देखने वाले तुझे ताज महल कहते है
~ फ़िल्म- मन
खुशिया किसी की मोहताज नहीं होती है
दोस्त यूँ ही इस्तेफाक से नहीं होती
कुछ तो मायने होंगे इस पल के
वार्ना यूँ ही आपसे मुलाकात नहीं होती।
~ फ़िल्म- टेबल नंबर 21
बड़ी मुद्दत से मेरे दिल मे एक तस्वीर बैठी है
तेरी जुल्फों की छाँव में मेरी तकदीर बहती है
~ फ़िल्म- साजन
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