कभी कभी ऐ खामोशी कमजोर कर देता है मुझे परेशान कर देता है।जी चाहता है कुछ कर जाऊं। पर फिर सोचता हु। की ऊपरवाले ने अगर मुझे इस धरती पर भेजा है।तो कुछ तो मेरे बारे में जरूर सोचा होगा। कही ना कही मेरा जगह जरूर बनाया होगा। मेरी लिए भी कुछ मंजिले नर्धरित किए होंगे फिर परेशान होना ये तो गलत है। हा कुछ परेशानी है जिंदगी में मेरे कुछ कमियां है जो मुझे पूरा करना है।
फिर कभी कभी मैं सोचता हु। अरे मैं तो खमखा परेशान होता हूं सुख और दुख तो एक वक्त की तरह है जो घरी हर घड़ी बदलता रहता है। तो इससे क्या परेशान होना आज है तो कल चला भी जायेगा। और मुझे जो कुछ भी दिए है ऊपरवाले ने किसी को तो ओ भी नसीब नही। तो उसके दुख उसके दर्द के सामने तो मेरा कुछ भी नही। हा पर एक बात जरूर याद रखने योग्य होता है की कर्म से बड़ा कुछ नही अगर हम लगातार अपना कर्म करते है तो सफलता हम जरूर मिलेगी। इसलिए हमे कभी भी डरना नहीं चाहिए। क्योंकी जो होगा ओ अच्छा के लिए होगा,और जो होने वाल होगा ओ भी अच्छा के लिए होगा। तो फिर परेशान का होना। सब इस जगत रचैता के ऊपर छोड़ कर अपना काम नरंतर करे।